नीतीश कुमार Nitish Kumar की विश्वसनीयता और NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के बीच गठबंधन की स्थिति ने समय-समय पर भारतीय राजनीतिक पटल पर अनेक सवाल खड़े किए हैं। नीतीश कुमार, जो जनता दल (यूनाइटेड) JDU के प्रमुख हैं, का NDA में रहना कितना भरोसेमंद है, इस पर विचार करना तब और महत्वपूर्ण हो जाता है जब मोदी को कई मौकों पर कोसने वाले नीतीश कुमार एक बार फिर मोदी की मदद कर रहे हों, क्योंकि उनका और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बयानबाजी और मतभेदों का एक लंबा इतिहास रहा है। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की परस्पर राजनीतिक पृष्ठभूमि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की राजनीतिक यात्रा में कई उतार-चढ़ाव रहे हैं। 2005 में जब नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, तब से लेकर 2013 तक, वे बीजेपी के साथ गठबंधन में रहे। 2013 में, जब नरेंद्र मोदी को बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया, तो नीतीश कुमार ने विरोध प्रकट करते हुए एनडीए से नाता तोड़ लिया। इसके बाद, उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। NDA गठबंधन से नीतीश कुमार के मतभेद का इतिहास